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Ranchi Mar 16,2017 :
बायोडीजल के क्षेत्र में हैं असीम संभावनाएं: प्रो. नंद कुमार यादव इंदु
सीयूजे में तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस
झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर अप्लायड केमिस्ट्री और विज्ञान एवं तकनीकी मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से फ्रंटियर्स आफ कैमीकल साइंसेज विषय पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन 16 से 19 मार्च तक किया गया। इसका उद्घाटन कुलपति प्रो. नंद कुमार यादव ‘इंदु’ ने किया। उन्होंने जीवाश्म और नाभिकीय ऊर्जा के फायदे के साथ ही इसके खतरे से भी आगाह किया। उन्होंने जापान में नाभिकीय ऊर्जा संयत्र में सुनामी के दौरान हुई नाभिकीय दुर्घटना और भारत में भी इस पर हो रहे इस विमर्श पर प्रकाश डाला।
कार्बन उत्सर्जन, ग्रीन हाउस गैस, प्रकाश संश्लेषण से जुड़े महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में कुलपति ने जानकारी दी। बायोडीजल और बायो फ्यूल के महत्व पर चर्चा करते हुए वर्तमान में इसके फायदे और आर्थिक तौर पर होने वाले लाभ को देखते हुए कुलपति ने इस पर शोध की आवश्यकता जताई। अतिथि डा. रोमा यादव ने चिकित्सा के क्षेत्र में कई रोगों के उपचार में रसायनशास्त्र के उपयोग पर प्रकाश डाला।
आरंभ में कार्यक्रम संयोजक प्रो. आर.के.डे ने वर्तमान में रसायनशास्त्र के क्षेत्र में होने वाली शोध एवं इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। आयोजन सचिव डा. बी.के. कोइला ने रसायनशास्त्र के क्षेत्र में वर्तमान प्रचलन तथा बहुविषयक शोध की महत्ता पर अपनी बात रखी। फ्रांस के स्ट्रैसबर्ग विश्वविद्यालय के प्रो. जे.एम.गुनेट ने विश्वविद्यालय एवं आयोजन सचिव के प्रति अपना आभार प्रकट किया। साल्ट एंड मैरीन रसायनिक शोध संस्थान, गुजरात के डा. आमिताभ दास ने विश्वविद्यालय के सुनहरे भविष्य की कामना की। विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर एवं जीवन विज्ञान केन्द्र के अध्यक्ष अमरेंद्र नारायण मिश्रा ने विश्वविद्यालय का संक्षिप्त ब्योरा दिया। उन्होंने अकादमिक उपल्बिधियां एवं देश-विदेश में विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा किए गए शानदार प्रयासों की भी चर्चा की। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में देश-विदेश से बड़ी संख्या में जुटे शिक्षक, शोधार्धी, एवं विषय विशेषज्ञ अपनी बात रखेंगे। डा. ए.के.पाडी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।