School of Languages
हिन्दी विभाग

Profile of Faculty

प्रो.(डॉ) रत्नेश विष्वक्सेन
Prof.(Dr.) RATNESH VISHVAKSEN

प्रोफेसर (PROFESSOR)

विभागाध्यक्ष, (HEAD)
हिन्दी विभाग

ईमेल - ratnesh.sen@cuj.ac.in

Educational Qualification:   एम.ए., पीएच-डी.(M.A,Ph.D)
Administrative responsibilities (with active period) With duration:  

1. संकायाध्यक्ष,भाषा-संकाय(13-09-2018 से 16-03-2020 तक)
2.मुख्य कुलानुशासक(01-02-2018 से 16-03-2020)
3.संस्थापक अध्यक्ष (हिन्दी विभाग)08-02-2018 से 16-03-2020 तक)
4.प्रभारी अध्यक्ष,सुदूर पूर्व भाषा विभाग(11-01-2018 से 16-03-2020 तक)
5.प्रभारी अध्यक्ष,कला प्रदर्शन विभाग(23-04-2018 से 24-01-2020 तक)
6.समन्वयक,विलुप्त प्राय भाषा केंद्र(03-09-2019 से 16-03-2020 तक)
7.केंद्राधीक्षक -वार्षिक परीक्षा(दिसंबर-2019)

Additional role/ responsibility:  

विभागाध्यक्ष,HEAD,HINDI(17-03-2020 से)

संकायाध्यक्ष,DEAN,SL(17-03-2020 से)
Awards/ recognition:  
  • झारखण्ड अधिविद्य परिषद द्वारा 'परिषद गीत 'लेखन के लिए सम्मानित
  • झारखण्ड केन्द्रीय विश्वविद्यालय का 'कुलगीत' लेखन
Area of Interest:
  नाटक,निबंध,हिन्दी साहित्य का इतिहास,आधुनिक कविता
Courses Taught:   आधुनिक कविता,हिन्दी साहित्य का इतिहास,भारतीय साहित्य का इतिहास
Brief Introduction:  
  • रत्नेश विष्वक्सेन विश्वविद्यालय सेवा में 1 मार्च 2008 से सेवारत हैं।।झारखण्ड केन्द्रीय विश्वविद्यालय में इन्होंने 12 दिसंबर 2017 को एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर योगदान दिया।हिन्दी विभाग की स्थापना का दायित्व मिला और 8 फरवरी 2018 को विभागाध्यक्ष पद पर नियुक्ति हुई।इस दौरान इन्होंने स्नातकोत्तर और पीएच-डी. का पाठ्यक्रम और सत्र क्रम तैयार किया।
  • जुलाई 2018 से हिन्दी विभाग में स्नातकोत्तर और पीएच-डी. का प्रथम सत्र प्रारंभ हुआ।
  • पिछले लगभग 13 वर्षों की अध्ययन-अध्यापन अवधि में 45 शोध आलेख/समीक्षा/आलेख साहित्य अमृत,परिकथा,समसामयिक सृजन,आजकल,लमही,बनास जन और समीक्षा जैसी भारतीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। इस दौरान 3 पुस्तकें और 2 अध्याय भी प्रकाशित
  • इनके निर्देशन में 2 शोधार्थियों ने शोध उपाधि प्राप्त की और 4 शोधार्थियों का शोध प्रबंध  उपाधि के लिए जमा हुए(सभी शोधार्थी -रांची विश्वविद्यालय)
  • वर्तमान में 4 शोधार्थी(झारखण्ड केन्द्रीय विश्वविद्यालय) इनके निर्देशन में शोधरत हैं।
  •  झारखण्ड अधिविद्य परिषद के लिए 'परिषद गीत' लिखा जिसके लिए JAC ने इन्हें सम्मानित किया।
  • लगभग 20 राष्ट्रीय,अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में भाग लिया और आमंत्रित व्याख्यान में संसाधन सेवी के रूप में अपनी सहभागिता दी।
  • 17 मार्च 2020 को इन्होंने झारखण्ड केन्द्रीय विश्वविद्यालय में ही हिन्दी विभाग में प्रोफेसर के पद पर योगदान दिया और वर्तमान में विभागाध्यक्ष और संकायाध्यक्ष का दायित्व देख रहे हैं।
Articles Published/ Accepted:  

Year wise: Projects details, Research publications etc.
Project (Completed/ Ongoing)


1.     परियोजना पूर्ण-यूजीसी प्रदत्त लघु शोध परियोजना-28-1-11 से 28-07-12(12-12-2017,सी.यू.जे. में योगदान तिथि से पूर्व)

Research publications
Articles in Journals (Published/ Accepted) कुल-45(12-12-2017-सी.यू.जे. में योगदान तिथि से अब तक कुल-4)


1.     विष्वक्सेन रत्नेश, जनवरी-2021, गोधन को ही पंचलैट बालने आता है, प्रयाग पथ, वर्ष:7,अंक:1-2(संयुक्त अंक),पूर्णांक:9: 135-138, ISSN:2395-4000,
2.     विष्वक्सेन रत्नेश, अक्टूबर-दिसंबर 2019,कहानी जो कविता की ओर बढ़ रही है,लमही,वर्ष:12,अंक:2,89-92,ISSN:2278-554X
3.    विष्वक्सेन रत्नेश, अक्टूबर-दिसंबर 2019, किरदार जिन्हें कहानियां ढूंढती हैं,लमही,वर्ष:12,अंक: 2,213-216, ISSN:2278-554X,
4.     विष्वक्सेन रत्नेश,मार्च-दिसंबर,2018(मार्च 2019 में प्रकशित),यह शहर किसी का नहीं: सम्पूरन से न कहिएगा,बनास जन,वर्ष:10,अंक:31,252-258,ISSN:2231-6558

 
 
Books and Book Chapters (Published/ Accepted)  कुल-3(12-12-2017 सी.यू.जे. में योगदान तिथि से अब तक कुल-2)


1.     विष्वक्सेन रत्नेश, आलोचना का संवाद प्रतिसंवाद, दिशा इंटरनेशनल, नई दिल्ली ,2019,ISBN-978-93-87002-19-7


2.    विष्वक्सेन रत्नेश,मृत्यु की मरोड़ से जीवन की खरोंच तक,परिक्रमा,नई दिल्ली,2017,ISBN-978-81-8021-047-1

कुल-2(12-12-2017,सी.यू.जे. में योगदान तिथि के बाद कुल-1)


1.  विष्वक्सेन रत्नेश,2017: नाटककार भारतेंदु नए संदर्भ:नए विमर्श; संपादक-प्रो. रमेश गौतम, अनन्य प्रकाशन,दिल्ली,2017. 120-128. ISBN: 978-93-85450-52-5.

Seminar/ Workshop/ Conference Participation:  

कुल-20(12-12-2017 -सी.यू.जे. में योगदान तिथि से अब तक कुल-4)

1. आमंत्रित व्याख्यान-संसाधन सेवी-रिफ्रेशर कोर्स-UGC-HRDC, RU, 6 फरवरी,2021,अस्मिता,अभिव्यक्ति और साहित्य के विमर्श।


2.वर्कशॉप सहभागिता-नेशनल वर्कशॉप ऑन लीडरशिप इन हाइयर एजुकेशन(स्पेसलाइजड कोर्स)-जनवरी,7-11,2019,NIEPA, नई दिल्ली।


3.चेयर्ड सेशन-राष्ट्रीय संगोष्ठी-सोसायटी एंड मॉडर्न एजुकेशन(SME 2018),अक्टूबर,7-8,2018,भारती कॉलेज ऑफ एजुकेशन।

4.सहभागिता-राष्ट्रीय संगोष्ठी-गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में शिक्षक की भूमिका-सितंबर,18,2018,शिक्षा विभाग,शिक्षा संकाय,झारखण्ड केन्द्रीय विश्वविद्यालय।

Program Organized:  

1. आयोजन सचिव सह संरक्षक-"कथागायक रेणु-सौ वर्ष,28 मई,2021,ई संगोष्ठी(हिन्दी विभाग)
2. आयोजन सचिव-प्रेमचंद जयंती(2018,2019)
3. प्रधान संपादक-विश्वविद्यालय पत्रिका"वाग्मिता"(2019)
4.सम्पादक - विश्वविद्यालय "कॉफी टेबल बुक"(2019)
5. सम्पादक -पूर्वी क्षेत्र कुलपति सम्मेलन"स्मारिका"(2019)
6. सम्पादक -दशकोत्सव समारोह "स्मारिका"(2019)
7. सम्पादक -दीक्षांत समारोह"स्मारिका"(2020)
8.कुलगीत रचनाकार- विश्वविद्यालय"कुलगीत"(2019)
9.मंच-संचालन-पूर्वी क्षेत्र कुलपति सम्मेलन(सांस्कृतिक कार्यक्रम)"राजभवन"(2019)
10. कार्यक्रम समन्वयक-"मातृभाषा दिवस"(2018,2019)

11.हिन्दी विभाग में पीएचडी और स्नातकोत्तर के सत्र संचालन के लिए पाठ्यक्रम निर्माण(2018)

Any other information:  

निर्देशन में शोधरत शोधार्थियों की सूची-
(1) जीभवानी रजक-18140201001-21वीं सदी का हिन्दी दलित काव्य-अस्मिता और अभिव्यक्ति
(2) नीरज तिवारी-18140201002-हिन्दी कवियों पर केन्द्रित जीवनीपरक उपन्यासों का समग्र अनुशीलन
(3) शिलाची कुमारी-18140201003-हिन्दी कथेतर गद्य-चिंतन एवं चेतना
(4)अनुराग चौधरी-18140201004-21वीं सदी की हिन्दी कविता-मूल्य,अस्मिता और वैचारिकी

2.दिल्ली विश्वविद्यालय के लाइफ लांग लर्निंग(LLL) के लिए जयशंकर प्रसाद से सम्बद्ध दो पाठ तैयार किया।
3.पुरस्कार चयन समिति सदस्य-जयशंकर प्रसाद स्मृति सम्मान समिति,झारखंड
4.पहली कहानी"ट्रैफिक का सिपाही" परिकथा में प्रकाशित(2018-2019)

Updated as on:   28 May, 2021